विस्तार बिंदु: 1. मनुष्य के लिए अच्छे स्वास्थ्य की आवश्यकता । 2. मनुष्य के लिए शारीरिक पीड़ाओं से मुक्ति हेतु सुव्यवस्थित मानसिकता की आवश्यकता । 3. स्वास्थ्य एवं सफलता का सहचर्य । 4. समझौतावादी प्रवृत्ति की मनुष्य को आवश्यकता । 5. स्वास्थ्य एवं मनुष्य का सम्यक विकास । 6. निष्कर्ष । मनुष्य के भीतर यदि […]