विद्यार्थियों का लक्ष्य विद्या की प्राप्ति होता है । विद्या जीवन के सर्वांगीण विकास का एक सशक्त माध्यम मानी जाती है । अत: प्रत्येक विद्यार्थी को पूरे मनोयोग से विद्याध्ययन करना चाहिए, परंतु आज हमारे विद्यार्थियों का आचरण इसके बीच विपरीत ही नजर आ रहा है । आज वे अध्ययन की प्रवृत्ति को त्यागकर सक्रिय […]