हिन्दी के कुछ विशेषवाद । “Some Specialties of Hindi” in Hindi Language! कुछ विशेषवाद: हालावाद: प्रगतिवादी काव्य चेतना के समान्तर हिन्दी में एक और वाद की तरंग उठी, जिसे हालावाद के नाम से जाना जाता है । हालावाद का कवि, भविष्य की चिन्ता भुलाकर वर्तमान को सत्य मानता है । वह परलोक की परवाह न […]