नदी की आत्मकथा । Autobiography of a River in Hindi Language! मैं एक नदी हूं । सतत प्रवाहिनी नदी । अन्त: सलिला, पयस्विनी, निर्झरनी, सरिता, निम्नगा, तटिणी, प्रवाहिनी, जलस्त्रोत स्विनी नदी । प्रकृति के अक्षय रूपों एवं निधियों में से एक मेरा रूप है । धरती के समस्त प्राणी समुदाय को अपनी अमृत जलधारा से […]