यथार्थवाद । “Realism” in Hindi Language! 1. प्रस्तावना । 2. यथार्थवादी साहित्य की प्रवृत्तियां । 3. उपसंहार । 1. प्रस्तावना: जो वस्तु जैसी है, उसका उसी प्रकार वर्णन करना यथार्थवाद कहलाता है । इस रूप में किसी वस्तु, पदार्थ, अनुभूति का जो वास्तविक स्वरूप है, उसका यथातथ्य निरूपण करना ही यथार्थवाद कहलाता है । यथार्थवादी […]