किसी भी समाज अथवा राष्ट्र की शक्ति उसके जन-समुदाय से बनती है । जन-समुदाय बुद्धिमत्ता एवं परस्पर सहयोग से राष्ट्र को प्रगति के पथ पर आगे ले जाता है । जन-शक्ति के अभाव में कोई भी राष्ट्र उन्नति नहीं कर सकता । परन्तु किसी भी राष्ट्र के समुचित विकास के लिए उसकी जन-संख्या का नियंत्रित […]