साम्प्रदायिकता एवं राष्ट्रीयता । “Communalism and Nationalism” in Hindi Language! 1. प्रस्तावना । 2. साम्प्रदायिकता की पृष्ठभूमि । 3. वर्तमान साम्प्रदायिकता के कारण । 4. साम्प्रदायिकता का निवारण । 5. उपसंहार । 1. प्रस्तावना: प्रत्येक व्यक्ति की एक जाति विशेष होती है । मनुष्य भी समाज से ही बंधा हुआ जीव है । समाज से […]