भिक्षुक की आत्मकथा । “Autobiography of a Beggar” in Hindi Language! न तो तन पर कपड़ा है, न पेट में रोटी है । रहने के लिए कोई मकान नहीं, दर-दर की ठोकरें खाता, अपने हाथों में कटोरा थामे दीन स्वर में याचना करता हुआ, लोगों की दुत्कार सहता, मजबूरी-भरा जीवन जीने को मजबूर मैं एक […]