‘इस पथ का उद्देश्य नही है, श्रांत भवन में टिके रहना, किंतु पहुँचना उस सीमा तक, जिसके आगे राह नही ।” सृष्टि के समस्त चराचरों में मानव सर्वोत्कृष्ट है क्योंकि केवल उसी में बौद्धिक क्षमता, चेतना, महत्वाकांश होती है । केवल मनुष्य ही अपने भविष्य के लिए अपने सपने संजो सकता है अपने जीवन के […]