Read this article in Hindi to learn about the various factors influencing changes in image quality.
इमेज क्वालिटी परिवर्तन में एक्सपोजर फैक्टर:
चार मुख्य फैक्टर हैं:
(क) क्लिाऐवोल्टेज
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(ख) मिली एम्पीयर
(ग) समय (सेकेन्ड)
(घ) दूरी
1. किलोवोल्टेज:
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के॰वी॰पी॰ को बढ़ाने से फोटोनों की संख्या तथा उच्च ऊर्जा वाले फोटोनों की वृद्धि होती है । इससे एक्स-रे के पेनिट्रेशन में वृद्धि हो जाती है । मिली॰ एम्पीयरेज बढ़ाने से ऊर्जा स्पेक्ट्रम में कोई परिवर्तन नहीं होता है ।
अत: मिली॰ एम्पीयर और समय में परिवर्तन बिना रेडियोग्राफिक डेन्सिटी में परिवर्तन से किया जा सकता है । कई समस्यायें बहुत छोटे एक्सपोजर समय व उच्च मिली॰ एम्पीयर वेल्यू से हो सकती हैं । जैसे कोकल स्पाट की ब्लैकनिंग, ग्रिड की गति में रुकावट आदि ।
2. डेन्सिटी व मिली॰ ऐम्पीयर सेकेण्ड (एम॰ए॰एस॰):
रेडियोग्राफिक डेन्सिटी मुख्य रूप से एम॰ए॰एस॰ द्वारा नियंत्रित होती है । मिली॰ एम्पीयर का प्रयोग किसी टारजेट वोल्यूम के लिए उपलब्ध इलेक्ट्रानों की संख्या नियंत्रित करने के लिए की जाती है ।
लगभग 30-40 प्रतिशत एम॰ए॰एस॰ में वृद्धि डेन्सिटी में परिवर्तन के लिए आवश्यक है । डेन्सिटी कई अल्प एक्योजर फैक्टरों पर भी निर्भर है जैसे दूरी टयूब, वोल्टेज, रेडियोग्राफिक सहायक उपकरणों का प्रयोग व प्रोसेसिंग ।
3. डेन्सिटी और दूरी:
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डेन्सटी और दूरी का प्रयोग बहुत कम ही डेन्सिटी निर्धारण के लिए कीया जाता है । एम॰ए॰एस॰ में परिवर्तन कर दूरी में हुई परिवर्तन को का कर लेते हैं । किरण पुंज की इन्टेन्सिटी दूरी के वर्ग के अनुपात में परिवर्तित होती है ।
फील्ड का आकार = सीधा अनुपात दूरी = D ।
एरिया कवरेज = सीधा अनुपात D2
डिन्सिटी = 1 / D2
बीम इन्टेन्सिटी = इन्वासिली प्रोपोरेसनल D2
एक्सपोजर वेल्यू = सीधा अनुपात D2