Read this article in Hindi language to learn about the top five institutes of home science. The institutes are: 1. Home Science Colleges 2. Institute Providing Diploma and Certificate Course 3. Industrial Training Institutes 4. Polytechnic 5. Distance Education Institutes.
हमारे देश में गृह विज्ञान विषय का प्रशिक्षण देने वाली संस्थान हर प्रांत व शहर में उपलब्ध है जो गुह विज्ञान सम्बन्धी विभिन्न व्यवसायों का प्रशिक्षण लड़कियों व कहीं-कहीं लड़कों को भी दे रही हैं ।
यदि लड़कियाँ व्यवसाय शुरू करने से पहले अपने विषय का और अधिक अध्ययन करना चाहती है तो इन संस्थानों मैं शिक्षा ग्रहण कर सकती हैं । गृह विज्ञान की शिक्षा देने के लिए सरकारी, अर्द्ध-सरकारी व गैर सरकारी संस्थामें उपलब्ध हैं । इस प्रकार की संस्थाओं द्वारा शिक्षा व प्रशिक्षण दोनों ही दिये जा रहे हैं ।
Institute # 1. गृह विज्ञान कॉलेज (Home Science Colleges):
देश के प्रत्येक विश्वविद्यालय में गृह विज्ञान विषय के अंतर्गत स्नातक डिग्री (B.Sc) और स्नातकोत्तर (M.Sc.) की डिग्री प्रदान की जाती है । स्नातकोत्तर डिग्री निम्न विषय में दी जाती है: आहार एवं पोषण, मानव विकास, संसाधन प्रबन्धन, वस्त्र डिजाइन व वस्त्र विज्ञान, विस्तार शिक्षा आदि ।
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गृह विज्ञान में स्नातक व स्नातकोत्तर विषय में प्रवेश के लिये निम्न योग्यता अनिवार्य है: बारहवीं कक्षा तक विज्ञान का अध्ययन-कहीं-कहीं कला की छात्राओं को भी प्रवेश दिया जाता है । इसी प्रकार स्नातकोत्तर कक्षा में प्रवेश के लिये गृह विज्ञान मैं स्नातक डिग्री का होना अनिवार्य है ।
कई गृह विज्ञान या सामान्य महाविद्यालय डाइटेटिक्स व जनस्वास्थ्य पोषण का डिप्लोमा भी देते हे । इन डिप्लोमा में बी.एस.सी. (गृह विज्ञान) करने के बाद ही प्रवेश मिल सकता है । स्कूल में गह विज्ञान का अध्यापन करने की इच्छुक लड़कियों को स्नातक शिक्षा (B.Ed) करना अनिवार्य होता है ।
विश्वविद्यालय या उससे सम्बद्ध महाविद्यालयों में अध्यापन करने के लिये विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (U.G.C.) द्वारा चलाया गया राष्ट्रीय योग्य टेस्ट पास करना अनिवार्य होता है । NET करने के लिये स्नातकोत्तर डिग्री धारक होना अनिवार्य है । स्नातकोत्तर के पश्चात् लड़कियाँ शोध अर्थात् डाक्टरेट भी विश्वविद्यालय में कर सकती हैं । U.G.C. इसके लिये छात्रवृत्ति भी देती है ।
Institute # 2. डिप्लोमा व सर्टिफिकेट देने वाली संस्थाएँ (Institute Providing Diploma and Certificate Course):
फूड एवं क्राफ्ट संस्थान, फैशन टेस्नोलॉजी संस्थान, होटल प्रबन्धन संस्थान आदि गृह विज्ञान के क्षेत्रों में डिप्लोमा व सर्टीफिकेट कोर्स प्रदान करती हैं । इन कोर्सों की अवधि छ: मास से एक वर्ष तक की होती है । इन कोर्सों में प्रवेश के लिये बारहवीं कक्षा तक उत्तीर्ण होना आवश्यक है । इसमें प्रवेश के लिये 12वीं कक्षा के परिणाम व संस्थान द्वारा ली गई प्रवेश प्रतियोगिता के आधार पर छात्राओं को चयन करके प्रवेश दिया जाता है ।
Institute # 3. औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाएँ (Industrial Training Institutes):
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लड़के-लड़कियों को स्वावलम्बी बनाने व स्वरोजगार करने के लिये कुछ औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को चलाया जाता है । इन संस्थानों में सिलाई, कटाई, वस्त्र डिजाइन, फैशन डिजाइन व हस्तकला व हस्तशिल्प कला आदि विषयों में डिप्लोमा कोर्स चलाए जाते हैं ।
इन संस्थानों में ट्यूशन फीस कम होती है । सरकार गरीब व ग्रामीण छात्राओं को इस विषय में कोर्स करने के लिये छात्रवृत्ति या धन भी प्रदान करती है । ग्रामीण क्षेत्र के लिये ट्रायसम योजना (Trysem) चलाई गई है ।
Institute # 4. पॉलिटेक्निक (Polytechnic):
ये राज्य सरकारों या निजी संस्थानों के द्वारा चलाई जाती हैं । ये भी ऊपर दिये गये सभी डिप्लोमा कोर्स चलाती हैं । सरकारी संस्थानों में पढ़ाई का खर्च कम होता है जबकि निजी संस्थानों की फीस अधिक होती है ।
Institute # 5. विस्तार शिक्षा संस्थान (Distance Education Institutes):
कभी-कभी छात्राएँ कॉलेज, विश्वविद्यालय या अन्य संस्थानों में नियमित शिक्षा प्राप्त करने में असमर्थ होती हैं उसके लिये वे विस्तार शिक्षा संस्थानों द्वारा शिक्षा प्राप्त करते हैं । इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय ओपन विश्वविद्यालय सबसे पुराना विस्तार शिक्षा का विश्वविद्यालय है ।
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आजकल प्रत्येक विश्वविद्यालय में विस्तार शिक्षा प्रदान की जा रही है । इनमें गृह विज्ञान से सम्बन्धित सर्टीफिकेट व डिप्लोमा दोनों ही की सुविधायें हैं । इनसे डिप्लोमा तभी करना चाहिये जब नौकरी मिलने की सम्भावना हो ।