Read this article in Hindi to learn about the difference between non-renewable resources and renewable resources.
Difference # अनवीकरणीय संसाधन (Non-Renewable Resources):
ये वे खनिज हैं जो स्थलमंडल में लाखों वर्षों के दौरान बने और ये बंद प्रणाली (closed system) के अंग हैं । एक बार उपयोग के बाद ये अनवीकरणीय संसाधन पृथ्वी पर भिन्न रूपों में रहते हैं और अगर उनका समुचित पुनर्चालन न किया जाए तो व्यर्थ पदार्थ बन जाते हैं ।
अनवीकरणीय संसाधनों में तेल और कोयला जैसे जीवाश्म ईंधन हैं जो अगर आज की गति से निकाले जाते रहे तो जल्द ही समाप्त हो जाएँगे । जीवाश्म ईंधन के अंतिम उत्पाद हैं गर्मी, यांत्रिक ऊर्जा और रासायनिक यौगिक जिनका संसाधन रूप में पुनर्निर्माण नहीं किया जा सकता ।
Difference # नवीकरणीय संसाधन (Renewable Resources):
हालाँकि जल और जैविक संसाधनों को नवीकरणीय माना जाता है, लेकिन वे वास्तव में कुछ सीमाओं के अंदर ही नवीकरणीय हैं । उनका संबंध प्राकृतिक चक्रों से होता है, जैसे जल-चक्र से ।
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i. ताजे जल का (उपयोग के बाद भी) सूरज की ऊर्जा से वाष्पीकरण होता है । जल वाष्प बनता है, फिर वह बादलों का रूप लेता है जो पृथ्वी पर वर्षा रूप में गिरता है । लेकिन जल के स्रोतों का इतना अधिक उपयोग और अपव्यय हो सकता है कि स्थानीय स्तर पर वे सूख जाएँ । गंदे नालों और विषैले पदार्थों से जल के स्रोत इतनी बुरी तरह प्रदूषित हो सकते हैं कि जल का उपयोग असंभव हो जाए ।
ii. वन यदि एक बार नष्ट हो जाएँ तो प्रजातियों की भरपूर संख्या के साथ पूर्ण विकसित प्राकृतिक पारितंत्रों के रूप में उनके फिर से बढ़ने में हजारों वर्ष लग सकते हैं । इस तरह हम कह सकते हैं कि अति-उपयोग की स्थिति में वन अनवीकरणीय संसाधनों की तरह व्यवहार करते हैं ।
iii. आज इतनी अधिक मछलियाँ मारी जा रही हैं कि उनकी खेप मूल संसाधन का अच्छा-खासा भाग बन जाती है और अपनी संख्या की भरपाई के लिए मछलियाँ आवश्यक गति से प्रजनन नहीं कर पातीं ।
iv. कुप्रबंध की स्थिति में खेतिहर जमीन की पैदावार बुरी तरह कम हो जाती है ।
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v. किसी पौधे या प्राणी की प्रजाति की संख्या जब मानव के कार्यकलापों से इतनी कम हो जाए कि वह अपनी व्यावहारिक संख्या बनाए रखने के लिए पर्याप्त गति से प्रजनन न कर सके तो वह प्रजाति लुप्त हो जाती है ।
vi. अनेक प्रजातियाँ तो संभवतः इस तरह लुप्त हो रही हैं कि हमें जानकारी भी नहीं हो पाती और उनके विलोप से दूसरी संबद्ध प्रक्रियाएँ भी प्रभावित होती हैं ।