एक सर्कस शो । Article on “A Circus Show” in Hindi Language!
पिछले माह मैंने अपने शहर में एक सर्कस का शो देखा । यह ‘कमला सर्कस’ बहुत प्रसिद्ध सर्कस है । शहर के बाहर एक बड़े से खाली मैदान में सर्कस का आयोजन किया गया । उस स्थान को बड़े-बड़े तन्तुओं से ढक दिया गया ।
कुछ तस्तु जानवरों के लिये कुछ वहां के कर्मचारियों के लिये एवं एक बड़ा शामियाना सर्कस के प्रदर्शन के लिये लगाया गया । जब मैं वहाँ गया मैंने बड़े से दरवाजे पर शेर हाथी एवं अन्य जानवरों की बड़ी-बड़ी तस्वीरें लगी हुई देखीं । सारी जगह प्रकाश से जगमगा रही थी ।
मैंने रंगभूमि में प्रवेश किया । वहाँ बैठने का बड़ा अच्छा प्रबन्ध था । बहुत सी कुर्सियाँ लगी हुई थीं । सभी पर लोग बैठे हुये थे । पुरुष स्त्रियाँ एवं बच्चे सभी प्रदर्शन प्रारम्भ होने की प्रतीक्षा कर रहे थे । शीघ्र ही तमाशा शुरु हो गया ।
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पहला खेला व्यायामिक था । यह लड़कियों द्वारा किया जाता था । सभी लड़कियों ने झूलों पर झूलकर झूलों को बदल-बदल कर बहुत अच्छा प्रदर्शन किया । रस्सी पर चलने का कार्यक्रम भी बहुत रोमांचक था । इसके पश्चात कुछ लड़कियों ने समूह में नृत्य का कार्यक्रम प्रस्तुत किया ।
उन्होंने बैंड की संगत में इसको व्यवस्थित किया । दर्शकों द्वारा इसको बहुत सराहा गया । उसके बाद हाथी आये । एक हाथी अपने पिछले पैरों पर खड़ा हो गया । एक व्यक्ति की छाती पर एक पटरा बिछा दिया गया एवं एक हाथी उस पर चलकर गया । दूसरे हाथी ने साइकिल चला कर दिखायी ।
अगला कार्यक्रम शेर और उसको साधने वाले का था । सभी शेरों ने अपने साधक के आदेशों का पालन किया । एक शेर और एक मेमने को एक टब से पानी पीते भी दिखाया गया । रात दस बजे कार्यक्रम समाप्त हो गया । सर्कस शो बहुत रोमांचक था । सभी दर्शक इसे देखकर प्रसन्न थे । उन दृश्यों की स्मृति आज भी मेरे मस्तिष्क में ताजी है ।