Read this article in Hindi to learn about the literal importance of word.
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अधिकांश लोगों में आजकल अधिक बोलने की प्रवृत्ति दिखाई देती है । अकारण अत्यधिक बोलते रहना सामान्यत: बुरा माना जाता है । कुछ लोग बेरोक टोक बोलते ही रहते है । एक बार जो वाचालता की गाड़ी छूटी कि रुकने का नाम ही नहीं लेती ।
चाहे आप कितना ही उसे ब्रेक लगाएँ या रोकने का प्रयत्न करें । नपेतुले शब्दों का प्रयोग करके जो लोग बोलते है, उनका अन्य लोगों पर अच्छा प्रभाव पड़ता है । अनकहे शब्द आपके दास होते हैं, आपके अधिकार में होते हैं क्योंकि उन शब्दों को आपने अभी मुख से निकाला नहीं होता ।
लेकिन ज्यों ही वे आपकी जिह्वा से निकले कि आप उन शब्दों में बँध जाते हैं, उनके दास बन जाते हैं । शब्द-बाण बहुत प्रभावकारी होते हैं । वे जहाँ आपको सुखद अनुभूति कराते हैं, वहीं पीड़ा भी पहुँचा सकते हैं । कहीं वे दवा का काम करते हैं, तो कहीं न भर सकनेवाले घाव दे जाते हैं ।
हमारे संतों ने शब्द की महिमा का बखान करते हुए कहा है:
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शब्द-शब्द सब कोई कहे, शब्द के हाथ न पाँव ।
एक शब्द औषधि करे, एक शब्द करे घाव ।।
यदि दो व्यक्ति आपस में बात करते हों तो उन्हें बीच में मत टोकिए । उनकी बातों को मत काटिए । समूह में यदि कोई अपनी बात कह रहा हो तो उसकी बात पूरी होने से पहले ही उसका बोलना रोककर अपनी बात न कहें ।
वक्तव्य पूरा होने पर ही अपनी बात प्रारंभ करें । शब्द का सामर्थ्य जीवन को गतिशील बनाता है । परस्पर सहानुभूति एवं प्रेमपूर्वक संवाद कीजिए । एक दूसरे को जानने के लिए शब्दों को आधार बनाइए । शब्द भाषा को आकार देते हैं तथा उसे समृद्ध बनाते है ।
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कभी-कभी चुप रहना भी सुखद माना जाता है । ‘मौनम् सर्वार्थ साधनम्’ यह कहकर कुछ लोग मौन रहना भी प्रभावपूर्ण मानते हैं, लेकिन एकदम चुप रहना भी ठीक नहीं है । आप बोलिए । अवश्य बोलिए किन्तु बेवजह मत बोलिए । शब्दों का महात्म्य जानिए । शब्दों के सामर्थ्य को पहचानकर बोलिए ।
इसी बात को संत कबीर ने अपने दोहे में बताया है:
ऐसी वाणी बोलिए, मन का आपा खोय ।
औरन को शीतल करे, आपहु शीतल होय ।।
इसीलिए कहा जाता है कि शब्दों का प्रयोग सोच समझकर कीजिए । शब्द-शक्ति को जानकर उसका उपयोग कीजिए ।
जैसे:
i. हमें तीर पर निर्भर नहीं रहना चाहिए ।
ii. वर्षा में सभी छत्रधारी हो जाते हैं ।
iii. आकाश में पतंग है ।
iv. लाल आँखें, खून पानी ।
v. वह मन मोदक खाता रहा ।
vi. हवा में उड़ना बंद करो ।